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हमारा समय: November 2008
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हमारा समय. रविवार, 30 नवंबर 2008. ६० घंटे का रियलिटी शो. दिनों. 2404; पूरा. आतंकियों. वालों. शुक्रगुजार. होंगे. दिनों. 2404; टी. चैनलों. रिपोर्टं. 2404; मानो. प्रोग्राम. 2404; किसी. हेल्पलाइन. 2404; पता. घायलों. गोलियों. तस्वीरे. दाताओं. उत्तेजनातिरेक. शक्लें. 2404; किसी. आतंकवादियों. होंगे. 2404; आतंकवादियों. उन्हें. साथियों. कमांडोज. गतिविधि. 2404; नेताओं. सहानुभूति. छिद्रान्वेषण. महानुभावों. मूर्खता. आतंकियों. सुरक्षाबलों. प्रस्तुतकर्ता. एस बी. सिंह. 4 टिप्पणियां:. नई पोस्ट. उडन तश्तरी .
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हमारा समय: भगवान की पत्नी
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हमारा समय. रविवार, 28 सितंबर 2008. भगवान की पत्नी. 2404; माल. 2404; उसके. पैरों. 2404; कपडे. 2404; तभी. 2404; महिला. 2404; उसने. दस्ताने. खरीदे।. 2404; उसके. 2404; ' जी'. 2404; अच्छा. बालिका. सुनिए' लड़की ने महिला को पुकारा।. हाँ बेटे बताओ' महिला ने मुड़ते हुए पूछा ।. क्या आप भगवान की पत्नी हैं' लड़की ने प्रश्न किया।. इंडिया. स्मृति. प्रस्तुतकर्ता. एस बी. सिंह. 7 टिप्पणियां:. सतीश सक्सेना. ने कहा…. क्या मासूमियत है? PS: pl remove word verification . this serve no purpose. ने कहा…. नई पोस्ट.
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हमारा समय: March 2009
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हमारा समय. बुधवार, 4 मार्च 2009. ये भी है मेरा महान भारत . उद्द्वेलित. कानों. महानगरों. चकाचौंध. चुन्धियाये. भाग्यविधाता. मेलघाट में. के कारण 10 हजार बच्चों की मौत. प्रस्तुतकर्ता : महामंत्री - तस्लीम. महाराष्ट्र के अमरावती जिले के मेलघाट जंगली क्षेत्र में. से अब तक भुखमरी से. बच्चों को भूख से मरना पड़ता है. साल. में जहां सबसे कम. बच्चे मारे गए वहीं. को सबसे ज्यादा. बच्चों को मौत के मुंह में जाना पड़ा।. को पार कर चुका है।. यहां की. और धारणी तहसील में. लेखक- शिरीष खरे. एस बी. सिंह. नई पोस्ट. जय श्र&#...
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रंग-ए-सुखन: August 2008
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Saturday, August 30, 2008. अहमद फ़राज़ साहेब को श्रद्धांजलि. अहमद फ़राज़ साहेब को श्रद्धांजलि स्वरूप उन्ही की यह ग़ज़ल मेहँदी हसन की आवाज़ में -. रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ ,. आ फ़िर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ।. पहले से मरासिम न सही फ़िर भी कभी तो,. रस्मो-रहे-दुनिया ही निभाने के लिए आ।. किस-किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम,. तू मुझ से खफा है तो जमाने के लिए आ।. अब तक दिले खुशफहम को तुझसे है उम्मीदे,. ऐ आखरी शम्मे भी बुझाने के लिए आ।. एक और ग़ज़ल पेश है-. प्रस्तुतकर्ता. Thursday, August 28, 2008.
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रंग-ए-सुखन: दुआ करो के ये पौधा सदा हरा ही रहे....
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Tuesday, January 5, 2010. दुआ करो के ये पौधा सदा हरा ही रहे. जरूरत है। ताकि कम से कम यहाँ पढ़ने और लिखने वालों का उत्साह और ऊर्जा बनी रहे. आइये नए साल में अच्छी और सार्थक ब्लोगिंग का मिल कर प्रयास करे।. चर्चा आप आगे बढ़ाइए. तब तक आइये सुनते हैं एक बार फिर मेरे प्रिय गायक वडाली बंधुओं को और बाबा बुल्ले शाह के साथ. विचारते है शाश्वत प्रश्न - 'मैं कौन? चित्र इन्टरनेट. प्रस्तुतकर्ता. एस बी. सिंह. हिमांशु । Himanshu. प्लेयर कहाँ है? January 6, 2010 at 5:42 AM. समीर लाल ’समीर’. January 6, 2010 at 7:10 AM.
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रंग-ए-सुखन: January 2010
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Saturday, January 23, 2010. दो कवितायें. आज आप के लिए पेश हैं दो कवितायें - पहली. मैथिली कविता जिसका अनुवाद स्वयं कवि ने किया है और दूसरी राजस्थानी कविता जिसका अनुवाद किया है नीरज दईया ने। ये कवितायें लगभग १५-२० साल पहले छपी थीं।. उलौंघता. जीव कान्त). अनरुध के पास एक झोपड़ी है. एक छोटा सा बच्चा. के लिए लाएगा अमरूद. घरनी के लिए पाव भर शकरकंद. झोपड़ी के सामने बंधे बाछे के लिए. लाएगा एक टोकरी घास. थोड़ी सी डूब की लत्तरें. अनरुध सूर्य के साथ उठता है. उस की पर्णकुटी. और उसकी पत्नी. मोहन आलोक). रख दे।. पुर...
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रंग-ए-सुखन: April 2009
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Sunday, April 26, 2009. काश पढ़ सकता किसी सूरत से तू आयाते-इश्क़. 2404; पेश हैं फ़िराक के कुछ शे'र-. हिन्दी. जल मा चमके उजारी मछरिया, रन चमके तरवार,. सभा में चमके मोरे सैयां की पगडिया, सेजिया पे बिंदिया हमार।. जलवा-ए-गुल को बुलबुल बहुत है शमा को गिरा-ए-शाम. बाड़े-बहारी गुल को बहुत है मुझ को तेरा नाम ।. बिजली चमके काली घटा में जाम में आतशे-सर्द. चमके राख जोगी की जता में मुझमें तेरा दर्द।. शाख पर शोल-ए-गुल की लपक हो चर्ख प अन्जुमो-माह. जमाल सर से कदम तक तमाम शोला है. एक आलम पर नहीं रहती ह...गाह र...
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रंग-ए-सुखन: October 2008
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Sunday, October 26, 2008. जो मैं भी हूँ और तुम भी हो. आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। यह प्रकाशपर्व हम सब के जीवन को और मन-प्राण को. हम देखेंगे. लाज़िम है के हम भी देखेंगे. वो दिन के जिस का वादा है. जो लौह-ए-अज़ल में लिखा है ।. जब ज़ुल्म-ओ-सितम के कोहेगराँ. रूई की तरह उड़ जायेंगे. हम महकूमों के पाँव तले. ये धरती धड़ धड़ धड़केगी. और अहलेहकम के सर ऊपर. जब बिज़ली कड़ कड़ कड़केगी ।. जब अर्जेख़ुदा के काबे से. सब बुत उठवाये जायेंगे. हम अहलेसफ़ा मरदूदेहरम. उठेगा अनलहक़ का नारा. Saturday, October 25, 2008.
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रंग-ए-सुखन: June 2009
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Sunday, June 7, 2009. मैं बेकल ज़र्रा सहरा का, तू रहमत का दरिया साइयां. मुखातिब. 2404; कुछ. व्यस्तता. 2404; तो. खामोशी. तोड़ते. 2404; लेकिन. The uncrowned Sufi Queen. Pakistani singer Abida Parveen´s truly amazing voice has earned her the status as heir to the crown of the late Qawwali legend Nusrat Fateh Ali Khan. Though not as immediate as the surging ecstasies of the big Qawwali ensembles, her intimate, charged music offers much to those prepared to give themselves over to it. Abida Parveen gets her m...